अनिल वर्मा को “मानद डॉक्टरेट की उपाधि” तथा “वर्ल्ड रिकॉर्ड- 2025” से नवाजा।

डोईवाला देहरादून।
यूथ रेडक्रास कमेटी एवं पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के सदस्य रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शैक्षणिक योग्यता एम०ए० (अर्थशास्त्र , राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र) , एम०कॉम , एल-एल०बी०, बी०एड०, बी०जे० (सम्पादकाचार्य बिशम्भर दत्त चंदोला स्वर्ण पदक विजेता) हासिल करने , राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संस्थान, राजपुर रोड, देहरादून में “दृष्टिहीनों की सामाजिक समायोजन की समस्याएं ” विषय पर लघु शोध करने”, दृष्टि दिव्यांगों के हितार्थ कार्य करने, दिव्यांग प्रशिक्षण एवं पुनर्वास कार्य करने, स्कूल – कालेजों तथा विश्वविद्यालयों में नि:शुल्क आपदा प्रबंधन, अग्निशमन, प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण प्रदान करने , व्यक्तित्व विकास प्रेरक संबोधन, युवा कौशल विकास एवं रोजगार तथा वृद्धजन सम्मान, बाल विकास एवं महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण, वृक्षारोपण एवं जल संरक्षण , कला एवं संस्कृति, आदि सामाजिक क्षेत्र के अनेकों जनकल्याण कार्यों में विशिष्ट योगदान एवं उपलब्धियों के लिए भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था पी एच एच डी मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा दी कैसल ऑफ आर्ट थियेटर, एन सी आर (दिल्ली) में 22 मार्च 2025 को आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में “ऑनरेरी डॉक्टरेट अवॉर्ड ” से विभूषित किया गया।
श्री वर्मा को मानद डॉक्टरेट की उपाधि मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय, भारत के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं चेयरमैन इंटरनेशनल वेलफेयर ह्यूमन राइट्स फाऊंडेशन डॉ० राम अवतार शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि ट्रेनिंग ऑफीसर हरियाणा सरकार डॉ० राजिंदर सैनी द्वारा गाऊन तथा कैप पहनाकर, अवॉर्ड प्रशस्ति पत्र, गोल्ड मेडल, राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक की लाट पुरस्कार, अवॉर्ड बैज ऑफ ऑनर व गोल्डन पैन प्रदान करके की गई।
समारोह के दूसरे चरण में स्वास्थ्य के क्षेत्र में रक्तदाता शिरोमणि डॉओ अनिल वर्मा को अब तक रिकॉर्ड 155 बार रक्तदान करने, राष्ट्रीय स्तर पर थैलीसीमिया व एनीमिया मुक्त भारत अभियान चलाने , युवाओं को रक्तदान नेत्रदान व देहदान के लिए प्रेरित करने सहित स्वयं भी नेत्रदान, अंगदान व सम्पूर्ण देहदान हेतु दधीचि देहदान समिति में संकल्पबद्ध रजिस्टर्ड तथा एड्स, टीबी,, कुष्ठरोग, पोलियो निवारण, कोरोना व नशामुक्ति में अभियान में सक्रिय योगदान करने हेतु “वर्ल्ड रिकॉर्ड- 2025” से सम्मानित किया गया।
इसमें श्री वर्मा को समारोह अध्यक्ष मेवाड़ विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक डॉ०एस के रोहेला तथा एमबीआर व मैजिक एण्ड आर्ट यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ० सी पी यादव ने मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड प्रशस्ति पत्र, वर्ल्ड रिकॉर्ड शील्ड, गोल्ड मेडल, ग्लोब प्रतीक चिन्ह, गोल्डन पैन तथा वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर बैज ऑफ ऑनर प्रदान किया।
समारोह में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, दिल्ली, हरियाणा , पंजाब , आसाम,छत्तीसगढ़ ,राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, गुजरात, बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश तथा बिहार 18 राज्यों से कुल 56 प्रतिभागियों को चुनकर सम्मानित किया गया। समस्त प्रतिभागियों में एकमात्र अनिल वर्मा को दोनों अवॉर्ड “ऑनरेरी डॉक्टरेट अवॉर्ड ” एवं “वर्ल्ड रिकॉर्ड – 2025” हेतु चयनित करके सम्मानित किया गया।
डॉ० वर्मा को समाजसेवा, आपदा प्रबंधन, रक्तदान, नेत्रदान, देहदान सहित विभिन्न शिक्षा एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी अभियान एनसीसी, एन एस एस, स्काउट- गाइड तथा रेडक्रास के माध्यम से विगत 55 वर्षों से समर्पित 72 वर्षीय अनिल वर्मा को प्राईड ऑफ इण्डिया अवार्ड, उत्तराखंड गौरव, डीएवी कॉलेज रत्न, डॉ० कार्ल लैंडस्टीनर अवार्ड, भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत रक्तदाता शिरोमणि अवार्ड, रक्तदाता रत्न अवार्ड, गवर्नर बैज ऑफ ऑनर, गवर्नर प्रशस्ति पत्र, महा रक्तदानी अवार्ड, यूथ आइकॉन अवार्ड, , नरेंद्र मोदी गोल्डन ब्लड डोनर अवार्ड, नरेंद्र मोदी विचार मंच उत्तराखंड रत्न अवार्ड, शहीद लाला जगत नारायण रक्तदान परमार्थ सेवा मेडल अवार्ड, द्रोण रत्न अवार्ड, डॉ सूरज प्रकाश अवार्ड, सेंचुरियन ब्लड डोनर अवार्ड, जीवन रक्षक अवार्ड,गौरव भारती , रक्तवीर, रक्तवीर नायक अवार्ड, डॉ०भीमराव अम्बेडकर फेलोशिप अवार्ड, कोरोना वारियर अवार्ड, रक्तदानवीर अवार्ड, रक्तदान -महादान अवार्ड, शहीद साजू मेमोरियल ट्राफी, गवर्नर सुदर्शन मेमोरियल अवॉर्ड, राष्ट्रीय रक्तवीर अवार्ड, सुपर सेंचुरियन ब्लड डोनर अवार्ड, रियल लाइफ हीरो अवार्ड, मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय सम्मान, आदि अनेकों राष्ट्रीय अवार्ड से विभूषित किया जा चुका है। इस अवसर पर डॉ० अनिल वर्मा ने रक्तदान , नेत्रदान, अंगदान, देहदान, थैलीसीमिया एवं नशामुक्ति पर व्याख्यान भी दिया जिसका समस्त अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने बार-बार करतल ध्वनि से स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन एमबीआर की निदेशक कु० सुष्मिता डे ने तथा धन्यवाद ज्ञापन द कैसल आर्ट यूनिवर्सिटी के निदेशक प्रेम हरि हिमदेव ने किया। व्यवस्था में जयोति सैनी तथा आरती ने विशेष योगदान किया। Verma doi