उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद् द्वारा आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण आयोजित।
रेड क्रास क़े डॉ० अनिल वर्मा को उ०रा०बा०क०परिषद् द्वारा किया सम्मानित।

डोईवाला 23 मई (राजेंद्र वर्मा):
उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद् द्वारा राज्य के 13 जिलों के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत मेधावी 10-14 वर्ष की आयु के 78 छात्र- छात्राओं तथा 24
शिक्षकों के लिए रायपुर रोड स्थित बाल भवन में पांच दिवसीय “मिलकर रहना सीखो” शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर रेडक्रास की स्टेट डिजास्टर रिस्पांस टीम सदस्य डॉ० अनिल वर्मा द्वारा प्रतिभागियों को आपदा प्रबन्धन का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सामरिक दृष्टि तथा भौगोलिक दृष्टि से आपदाओं के प्रति अति संवेदनशील है। इसलिए इसका प्रशिक्षण प्रदेशवासियों के लिए बेहद जरूरी है।
डॉ० अनिल वर्मा ने शत्रु देश द्वारा परमपरागत युद्ध के दौरान गिराये जाने वाले अतिविस्फोटक बमों,अग्नि बमों एवं मिसाइलों के आक्रमण अथवा प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, भूस्खलन , बाढ़, बादल फटना आदि से क्षतिग्रस्त हुए भवनों के मलबे से घायलों, बीमारों, वृद्धों तथा दिव्यांगजनों को ढूंढकर सुरक्षित निकालने एवं प्राथमिक उपचार हेतु ले जाने के सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत् “एमरजेंसी मेथड्स ऑफ रेस्क्यू” का प्रशिक्षण दिया।
युद्ध के दौरान शत्रु के हवाई हमलों से बचाव के लिए “हवाई हमले के चेतावनी संकेतों” एयर रेड सिग्नलों पीला, लाल, हरा तथा सफेद का इलैक्ट्रिक या मैनुअल सायरन अथवा सीटी के माध्यम से संकेतों का प्रशिक्षण दिया। आणविक, जैविक, रासायनिक बमों के हमले की चेतावनी का विशेष संकेत तथा बचाव के उपाय बताए। साथ ही ब्लैक आऊट की आवश्यकता, महत्व तथा प्रक्रिया की जानकारी दी।
विशेष प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण में हार्ट अटैक के दौरान मृतप्राय व्यक्ति को कृत्रिम श्वसन तथा चेस्ट कम्प्रेशंस द्वारा पुनर्जीवित करने के सीपीआर का प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया। राज्य बाल कल्याण परिषद् के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त पर्यावरणविद् जगदीश बाबला, सुविख्यात समाजसेवी व उपाध्यक्ष मधु बेरी, महासचिव व पूर्व शिक्षा निदेशक पुष्पा मानस, संयुक्त सचिव के पी भट्ट तथा कोषाध्यक्ष आशा श्रीवास्तव ने आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को उपयोगी तथा सराहनीय बताते हुए डॉ० अनिल वर्मा को परिषद् की ओर से सम्मानित किया। शिविर संचालन में पूर्व महासचिव वी के डोभाल ,आनंद सिंह रावत, ठाट सिंह, योगम्बर सिंह रावत व धन सिंह घरिया ने विशेष सहयोग प्रदान किया।। Verma doi