किसानों ने गन्ने के शीघ्र भुगतान एवं गन्ने की सप्लाई की मांगों को लेकर मिल के अधिशासी निदेशक को सौंपा ज्ञापन।
मात्र 6 दिन का गन्ने का भुगतान किसानों के लिए नाकाफी है जो ऊंट के मुंह में जीरे के सामान।

डोईवाला अभय वर्मा (राजेंद्र वर्मा)। अखिल भारतीय किसान सभा ने डोईवाला गन्ना समिति के किसान भवन में एक बैठक आयोजित कर गन्ने के शीघ्र भुगतान एवं सप्लाई सहित अन्य मांगों को लेकर डोईवाला गन्ना मिल अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह को एक ज्ञापन सोपा।
डोईवाला गन्ना समिति के किसान भवन में अखिल भारतीय किसान सभा ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। जिसमें गन्ने के शीघ्र भुगतान और गन्ना समिति को मिल द्वारा भेजे जा रहे बहुत कम इंडेंट को लेकर चर्चा की गई। बैठक के पश्चात इन मांगों को लेकर किसान सभा के लोग डोईवाला गन्ना मिल पहुंचे जहां किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह से मिलकर किसानों की समस्याओं से अवगत कराया। किसान सभा प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण एवं जिला अध्यक्ष दलजीत सिंह ने समस्याओं से अवगत कराते हुए कहां है कि डोईवाला गन्ना मिल द्वारा दिया गया मात्र 6 दिन का भुगतान किसानों के लिए ना काफी है जो ऊंट के मुंह में जीरे के सामान है क्योंकि पहले भुगतान से गन्ना समितियां किसानों से ऋण की अदायगी कर लेती है जिससे किसानों के पास गेहूं बुआई के लिए कुछ नहीं बचता। उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिए जा रहे इंडेंट के चलते किसानों को गन्ना सप्लाई में बहुत परेशानी हो रही है जिस कारण किसान समय पर गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं जिसको अभिलंब बढ़ाने की जरूरत है। अखिल भारतीय किसान सभा डोईवाला मंडल के अध्यक्ष बलवीर सिंह एवं किसान नेता एवं संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक ताजेन्द सिंह उर्फ ताज प्रधान ने कहा है कि गन्ना कम सप्लाई के चलते गन्ना क्रेय केन्द्रो ( गन्ना सेंटरो )पर गन्ना पड़ा हुआ है जिसका उठान नहीं होने से मिल के अलावा किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रदेश किसान काउंसिल के सदस्य जाहिद अंजुम एवं मंडल कोषाध्यक्ष जसवीर सिंह ने कहा है कि डोईवाला गन्ना समिति द्वारा पहले भुगतान में जो किसानों से ऋण की अदायगी की जाती है उसको समिति द्वारा पहले भुगतान में ना करके थोड़ा-थोड़ा अलग-अलग भुगतान में किया जाए ताकि किसानों को ऋण कि अदायगी करने में सहूलियत हो सके। उन्होंने कहा कि इस बार जंगली जानवरों किसानों की गन्ने की फसल को बर्बाद किया है। जिसके चलते किसान आर्थिक और मानसिक स्थिति से गुजर रहा है इसलिए किसानों के गन्ने का शीघ्र उसका उठान किया जाए। उपरोक्त सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने किसान सभा के प्रतिनिधि मंडल को आस्वस्त करते हुए कहा कि मिल द्वारा शीघ्र ही अगले भुगतान की घोषणा कर दी जाएगी ताकि किसानों को कोई परेशानी ना हो तथा गन्ना समिति को अभी से तुरंत 8000 कुंतल प्रतिदिन का इंडेंट भी जारी किया जाएगा। जो लगातार जारी रहेगा। उन्होंने गन्ना सेंट्रो के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि की गन्ना सेंट्रो पर जो भी गन्ना पड़ा हुआ है उसको तुरंत उठान किया जाए अन्यथा कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने गन्ना सेंटरो के अधिकारियों को यह भी आदेश दिया कि एक दिन छोड़कर गन्ना क्रय केन्द्रो पर तौल किया जाए जिससे किसानों को कोई परेशानी ना हो। गन्ना समिति द्वारा किसानों के ऋण कि अदायगी के संबंध में गन्ना समिति के सचिव को बुलाकर कहा कि प्रथम भुगतान के चलते किसानों से अभी ऋण की अदायगी ना की जाए एवं अलग-अलग भुगतान में कम कम करके किसानों से ऋण की वसूली की जाए। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश किसान काउंसिल के सदस्य राजेंद्र पुरोहित,अनूप कुमार पाल, हरबंस सिंह गुरुजी, मलकीत सिंह, बलबीर सिंह उर्फ बिन्दा, किशन सिंह, नरेंद्र सिंह, गुरचरण सिंह,इंद्रजीत सिंह लाडी, हिम्मत सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। verma doi