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चेक बाउंस मामले में 10 साल बाद दोषमुक्त हुए देवर भाभी।

अधिवक्ता अभिनव शर्मा बोले न्यायालय ने सच का दिया साथ।

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डोईवाला ऋषिकेश (राजेंद्र वर्मा):
चेक बाउंस के दो मुकदमों में अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन ऋषिकेश अभिषेक कुमार मिश्र ने 10 साल बाद देवर भाभी को दोषमुक्त कर दिया है। उच्चतम न्यायालय अधिवक्ता अभिनव शर्मा निवासी डांडी रानीपोखरी ने बताया कि परिवादी राजेंद्र सजवान ने रामस्वरूप व भुनेश्वरी देवी पर दो अलग अलग मुकदमे चेक बाउंस के 2015 में किए थे। जिसमें रामस्वरूप पर तीस लाख व भुनेश्वरी देवी पर तेहरा लाख पचास हजार का किया था। उन्होंने बताया कि 2015 से अभी तक इस मामले में 10 साल लग गए है मगर अब जाकर इसमें न्याय मिला है। उन्होंने बताया कि न्यायालय ने यह माना कि परिवादी द्वारा वाद पत्र में किए गए कथनों को सिद्ध नहीं कर पाया है जिस कारण न्यायालय द्वारा इन दोनों मामलों को खंडित करते हुए दोनों अभियुक्तों को दोषमुक्त कर दिया है। अधिवक्ता अभिनव शर्मा ने कहा कि जब भी किसी के साथ कोई अन्याय होता है तो उसको एक आस होती है कि न्यायालय उसके साथ इंसाफ जरूर करेगा। उन्होंने कहा कि भले ही न्यायालय देरी से अपने निर्णय देता है मगर न्यायालय सच का साथ देता है। भले ही इन मामलों में निर्णय 10 बाद आया हो मगर आज सच की जीत हुई है और न्यायालय में आज झूठ हार गया है।

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