डोईवाला शुगर मिल का पेराई सत्र 30 लाख कुंतल गन्ने के लक्ष्य साथ हुआ शुभारंभ।
सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील। अग्रवाल।


डोईवाला अभय वर्मा (राजेंद्र): शुगर कंपनी लिमिटेड डोईवाला के 2024-25 के 30 कुंतल के लक्ष्य के साथ पेराई सत्र का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि शहरी विकास मंत्री डॉक्टर प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक बृजभूषण गैरोला और शुगर मिल के अधिशाषी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से वैदिक विधि विधान वा मंत्रोच्चारण पूजा अर्चना करके क्रेन का बटन दबाकर गन्ने की पुली डाल किया। अतिथियों ने शुगर मिल में पहली टैक्टर बुग्गी लाने वाले जौलीग्रांट के किसान मनोज नौटियाल और गन्ने की टैक्टर ट्रॉली लाने माजरीग्रांट के किसान जसपाल का फूलमालाओं से स्वागत कर ग्यारह सो रुपए नगद और एक कंबल मिठाई के साथ भेट किया साथ ही कैबिनेट मंत्री ने टोल कांटों का भी निरीक्षण किया। मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर और शॉल उड़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है जिसके चलते सरकार ने पिछले प्राइस सत्र का संपूर्ण भुगतान वर्तमान पेराई सत्र से पहले ही कर दिया है। उन्होंने कहा कि डोईवाला शुगर कंपनी इस क्षेत्र की जनता की आर्थिकी का मुख्य साधन है जिस कारण इस मिल की उन्नति में ही कर्मचारी कृषक गणों एवं व्यापारियों का हित निहित है। उन्होंने कहा कि हमेशा से ही हमने शुगर मिल के किसानों और कर्मचारी के हितों के लिए संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि शुगर मिल के मृतक आश्रितों को नौकरी नहीं मिल पा रही थी सरकार ने शुगर मिल के मृतक आश्रितों को नौकरी देने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर दिया है जिसके चलते सिख भी मृतक आश्रितों को नौकरी मिल जाएगी। क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण गैरोला ने शुगर मिल में करवाए गए विकास कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह मिल क्षेत्र जनता की रीड है जिसकी उन्नति के लिए कर्मचारी कृषक गणों एवं व्यापारियों को मिल जुलकर मिलकर हित में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों कर्मचारी की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा सरकार में ही किसानों कर्मचारियों का हित संभव है। शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह समिति के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इसके साथ ही सभी कृषकों से साफ-सुथरा, जड़-पत्ती रहित ताजे गन्ने की आपूर्ति करने की अपील करते हुए कहा कि इससे चीनी परता में अधिकतम बढ़ोत्तरी सम्भव हो सकेगी तथा कृषकों का हित भी सुरक्षित रह सकेगा।

मिल के अधिशासी निदेशक श्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि वर्तमान पेराई सत्र हेतु चीनी मिल की पेराई क्षमता 2500 टी०सी०डी० के अनुरूप लगभग 30 लाख कुन्तल गन्ने की आवश्यकता होगी। गन्ना विकास परिषद द्वारा किये गये सर्वे के अनुसार चीनी मिल डोईवाला हेतु देहरादून एवं डोईवाला गन्ना समिति के अन्तर्गत कुल गन्ना क्षेत्रफल लगभग 3692 हैक्टेयर तथा ज्वालापुर, रुड़की, लक्सर एवं पौंटा समिति के अन्तर्गत लगभग 2875 हैक्टेयर अर्थात कुल 6567 है० गन्ना क्षेत्रफल सुरक्षित किया जिसमें मिल को लगभग 30 लाख कुन्तल गन्ना मिलने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि डोईवाला चीनी मिल में डोईवाला गन्ना समिति के 5, देहरादून गन्ना समिति के 20, रूड़की गन्ना समिति के 29, ज्वालापुर गन्ना समिति के 6 क्रय केन्द्र, लक्सर गन्ना समिति का 01 तथा पांवटा के 2 क्रय केन्द्र एवं गेट एरिया से मांग अनुसार गन्ना प्राप्त होगा। वर्तमान पेराई सत्र 2024-25 में लगभग 30 लाख कुन्तल गन्ना प्राप्त कर 10.50 प्रतिशत चीनी परता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मौके पर आयुक्त, गन्ना विकास चन्द्र सिंह धर्मशक्तू ,पूर्व राज्य मंत्री करण बोहरा, प्रबंधक मनोज नौटियाल,सचिव गांधीराम, राजेन्द्र तड़ियाल, ईश्वर चन्द अग्रवाल, पुरूषोत्तम डोभाल, विक्रम सिंह नेगी, सुरेन्द्र सिंह राणा, ताजेन्द्र सिंह, संजीव सैनी, दलजीत सिंह, जाहिद अंजुम, पंकज शर्मा, पवन लोधी,सन्तोष चौहान, अरविन्द कुमार शर्मा, संपूर्ण सिंह रावत, ईश्वर सिंह रोथांन, सुषमा चौधरी,नीना संधू, गोपाल शर्मा,विजय शर्मा, मोहन सिंह चौहान, मौजूद रहे।