त्रिकोणीय हुआ डोईवाला अध्यक्ष का मुकाबला, कांग्रेस के बागी अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजवीर खत्री ने बढ़ाई कांग्रेस प्रत्याशी सागर मनवाल की मुसीबत।
पालिका क्षेत्र के खामोश मतदाताओं पर रहेगी तीनों प्रत्याशियों की नजर।

पालिका के अध्यक्ष पद के भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी नरेंद्र सिंह नेगी।
डोईवाला अभय वर्मा (राजेंद्र वर्मा):
नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय मुकाबला बनता नजर आ रहा है। भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी नरेंद्र सिंह नेगी, कांग्रेस प्रत्याशी सागर मनवाल और कांग्रेस से बागी हुए निर्दलीय उम्मीदवार राजवीर सिंह खत्री, थॉमस मैसी और यामिनी अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में डटे हुए हैं!
कांग्रेस के अधिकृत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सागर मनवाल।
इस बार नगर पालिका का चुनाव त्रिकोणीय मोड पर आकर खड़ा हो गया है! टिकट न मिलने से कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष राजवीर खत्री ने 3 जनवरी को अपना नामांकन वापस नहीं लिया और मैदान में डटे रहे। कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे राजवीर खत्री ने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी सागर मनवाल की मुश्किलें बढ़ा दी है।
Oplus_131072[/caption
पालिका के अध्यक्ष पद के निर्दलीय प्रत्याशी राजवीर सिंह खत्री।
निर्दलीय प्रत्याशी राजवीर खत्री की क्षेत्र में सक्रियता कांग्रेस प्रत्याशी सागर मनवाल के लिए चुनौती बनी हुई है। वहीं भाजपा ने अपने दो बागी निर्दलीयों का नामांकन वापस कराकर मैदान जीत लिया है। भाजपा का कोई भी बागी चुनाव मैदान में नहीं है। पिछले पालिका के अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा के अध्यक्ष पद के बागी प्रत्याशी ने भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी नगीना रानी को मुसीबत में डाला था जिसके चलते वह चन्द मतों से चुनाव हार गई थी। और कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी सुमित्रा मनवाल चुनाव जीत गई थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस के बागी अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजवीर सिंह खत्री ने चुनावी मैदान में दमदार सक्रियता बना रखी है जिसके चलते कांग्रेस के अधिकृत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सागर मनवाल की जीत में रोड़ा बन सकती है। सभी प्रत्याशियों ने चुनाव के लिए अपनी-अपनी कमर कस ली है और जनता के बीच जाकर अपने अपने समीकरण बता रहे हैं! मतदान वाले दिन मतदान का प्रतिशत विजय पराजय में प्रभावी होगा! अब देखना यह है कि नगर निकाय चुनाव में 23 जनवरी को 61 हजार मतदाताओं में जीत का वोट लेकर सफल होगा। और जनता जनार्दन किसे अपना आशीर्वाद देगी। और किस प्रत्याशी के सिर पर पालिका के अध्यक्ष पद का ताज सजेगा। इस पर क्षेत्र की जनता विचार कर रही है,वैसे खामोश मतदाता किसकी तकदीर बना बिगाड़ दे कुछ कहना मुश्किल है! मतदान के बाद निगाहें 25 जनवरी को होने वाली मतगणना पर रहेगी। verma doi