देहरादून के डोईवाला में ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ का हुआ शुभारंभ, दिव्यांग बच्चों के लिए जगी एक नई उम्मीद की किरण।
सेंटर फॉर एक्सीलेंस' बच्चों और उनके देखभाल करने वालों के लिए पुनर्वास सेवाओं का एक व्यापक स्पेक्ट्रम करेगा प्रदान। डॉ. सिम्मी महाजन

डोईवाला देहरादून 9 जून (राजेंद्र वर्मा):
श्री अरबिंदो सोसाइटी की शिक्षा शाखा, रूपांतर की एक पहल ‘प्रोजेक्ट इन्क्लूजन’ के अंतर्गत देहरादून के डोईवाला में ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ का अनावरण किया गया है। जिसके चलते दिव्यांगता प्रभावित या जोखिम वाले बच्चों और उनके परिवारों के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगी है।
केयर गिवर (देखभालकर्ता) सशक्तिकरण: विशेषज्ञ के नेतृत्व में माता-पिता को परामर्श और मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करना।
डॉ. सिम्मी महाजन ने कहा कि “हम देहरादून में अफोर्डेबल ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ लाने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हमारा मिशन विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को प्रारंभिक हस्तक्षेप और दीर्घकालिक विकासात्मक सहायता प्रदान करना है, यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें आगे बढ़ने का हर अवसर मिले। माता-पिता और देखभाल करने वालों को सशक्त बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि उन्हें अपनी यात्रा को सफलतापूर्वक नेविगेट करने के लिए आवश्यक विशेषज्ञ मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जा सके।”
इस सुविधा के लिए जगह देहरादून के एक प्रमुख सामाजिक व्यक्ति और श्री अरबिंदो सोसाइटी के सलाहकार श्री राजेश नैथानी द्वारा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि समावेशन के प्रति प्रोजेक्ट इंक्लूजन की अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें इस उद्देश्य का समर्थन करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट इन्क्लूजन के बारे में 2016 में प्रारंभ किया गया प्रोजेक्ट इनक्लूज़न, श्री अरबिंदो सोसाइटी की रूपांतर पहल के अंतर्गत एक मिशन मोड कार्यक्रम है, जो शिक्षा में समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य शिक्षकों, विशेष शिक्षकों, विद्यालय कर्मियों और अन्य हितधारकों को न्यूरो-डिवेलपमेंटल डिसऑर्डर्स वाले बच्चों को प्रभावी ढंग से सहयोग करने हेतु सक्षम बनाना है। इसके अंतर्गत एक एंड-टू-एंड, बहुभाषी, मोबाइल-आधारित डिजिटल समाधान का विकास किया गया है, जिसके अंतर्गत अब तक 3.5 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें से 1.7 लाख से अधिक शिक्षक ऐप पर पंजीकृत हैं।
मैदान स्तर पर प्राप्त अनुभवों के आधार पर Centre for Excellence (उत्कृष्टता केंद्र) स्थापित किए गए हैं, जो 1 वर्ष से 12 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चों को शारीरिक, बौद्धिक, विकासात्मक और संवेदी दिव्यान्ताओं के साथ प्रारंभिक, समावेशी और समग्र सहयोग प्रदान करते हैं। वर्तमान में ये केंद्र गाज़ियाबाद, तिरुपति, मुंबई और अब देहरादून में संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से बच्चों, उनके परिवारों और अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए निःशुल्क या नाममात्र दरों पर व्यापक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं । जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ में भी ऐसे केंद्र शुरू किए जाएंगे। श्री अरबिंदो सोसाइटी, श्री अरबिंदो और द मदर के दृष्टिकोण और आदर्शों के लिए समर्पित एक वैश्विक संगठन है। यह शिक्षा, संस्कृति, आध्यात्मिकता और सामाजिक विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है, जिसका लक्ष्य मानवता का उत्थान करना है। इस अवसर पर श्री अरबिंदो सोसाइटी के सलाहकार श्री राजेश नैथानी, सभासद विनीत राजपूत, सुंदर लोधी, रियासत अली, प्रदीप नेगी, अमित कुकरेती संजय नौटियाल पूर्व प्रधान पुरुषोत्तम डोभाल, रविंदर बेलवाल, राहुल शर्मा, राकेश, राजेश त्रिवेदी,अमित कुकरेती, मनीष नैथानी आदि मौजूद थे।
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