डोईवाला अभय वर्मा (राजेंद्र वर्मा): डोईवाला दुधली-वाया देहरादून मार्ग के कई साल बीत जाने के बाद भी सड़क चौड़ीकरण का कार्य शुरू नहीं होने कारण गुस्साए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार को जगाने के लिए मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना कर बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा भी सड़क का चौड़ीकरण ना होने से हवा हवाई साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान दूधली रोड से होने वाले रूठ डायवर्ट पर मार्ग से वाहनों को नहीं जाने दिया जायेगा। ग्रामीणों का आरोप लोक निर्माण विभाग हर साल ग्रामीणों को भर्मित कर रहा है ग्रामीण सोमवार को उपवास और आंदोलन कर दूधली मार्ग बाधित करेंगे इस आंदोलन को कई किसान संगठनो ने अपना समर्थन दिया है । Oplus_131072
इस मौके पर किसान नेता गौरव सिंह चौधरी ने कहा कि दूधली क्षेत्र की चार पंचायतों को आखिर क्यों विकास के लिए बार बार आन्दोलन करने की जरूरत पड़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दूधली रोड़ चौड़ीकरण की घोषणा की गई थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कहा कि दूधली में एक मात्र अस्पताल है जिसमें रात के समय कोई भी किसी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है केवल दिन की सुविधा उपलब्ध हो पा रही है साथ ही सुसवा नदी की बाढ़ सुरक्षा के लिए बार बार कहने पर भी आज तक बडोवाला व दूधली में बाढ़ सुरक्षा के नाम पर कोई भी तटबंध नहीं बनाये गये है बरसात के मौसम में ग्रामीणों को बाढ़ से खतरा बना रहता है। पूर्व प्रधान उमेद बोरा ने कहा जंगली जानवरों से किसानों की फसलों को बचाने के लिए सौर ऊर्जा बाढ़ की मांग करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कहा कि यातायात के नाम पर एक बस रोडवेज विभाग द्वारा संचालित होती थी देहरादून से वह भी बंद कर दी गई है कई बार सीटी बस के संचालन की मांग करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कहा कि ग्रामीण सुसवा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए कई बार आंदोलन किए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है ग्रामीणों को केंशर जैसी बीमारी से पीड़ित हैं क्षेत्रवासी जहां बीमारी से पीड़ित रोगी की संख्या में अचानक तेजी आई वहीं हमारी जैविक खेती को भी जहरीले पानी नुक़सान हुआ है देहरादून की प्रसिद्ध बासमती टाईप 3 का क्षेत्र जहरीले पानी के चलते बासमती विलुप्त हो गई है यहां पर बी एस एन एल का एक मात्र पावर लगा है जो लाईट बंद होने पर संचालित नहीं होता है एक ओर टाईगर रिजर्व पार्क है तो दूसरी ओर शिवालिक श्रेणी जंगल क्षेत्र जहां के लोगों को ईको सेंसिटिव जोन घोषित किया जा रहा है वहीं लोगों को सुविधाओं के अभाव में जीने को मजबूर हैं ग्रामीण क्षेत्रों की चार पंचायतों को विकास के नाम पर कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं है पंचायत होने पर भी यहां एम डी डी ए विभाग को केवल वसूली के लिए छोड़ रखा था सुविधा विभाग कुछ भी नहीं दे रहा है आखिर अपने मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन आंदोलन करने को मजबूर हैं दूधली क्षेत्र के ग्रामीण दूधली रोड़ चौड़ीकरण के लिए धरना प्रदर्शन को संयुक्त किसान मोर्चा के साथ भारतीय किसान यूनियन टिकैत किसान सभा कृषक फेडरेशन उत्तराखंड प्रदेश व अन्य किसान संगठनों के साथ विभिन्न राजनीतिक सामाजिक संस्था का सहयोग मिल रहा है। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य टीना सिंह पूर्व ग्राम प्रधान शहर जियाला, क्षेत्र पंचायत सदस्य मीणा जमीवाल, पूर्व प्रधान वीरेंद्र थापा, पूर्व प्रधान सुनील दत्त, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रफल सिंह, रंजन पांडे, उमेश पांडे, अर्जुन कुमार, माधव सिंह, शंकर सिंह कन्याल, गोविंद खोलिया, विवेक बोरा, प्रेम खत्री, किशोर धीमान, सुरेंद्र राणा आदि उपस्थित थे। verma doi