विभीषण शरणागति’, ‘रावण–अंगद संवाद’ और ‘लक्ष्मण-शक्ति’ जैसे प्रमुख प्रसंगों के मंचन ने लोगों को किया मंत्र मुग्ध।
डोईवाला (राजेंद्र वर्मा):
आदर्श रामलीला कमेटी की ओर से बड़ासी ग्रांट में चल रहे वार्षिक रामलीला महोत्सव के सातवें दिन ‘विभीषण शरणागति’, ‘रावण–अंगद संवाद’ और ‘लक्ष्मण-शक्ति’ जैसे प्रमुख प्रसंगों का मंचन किया गया। कलाकारों ने सभी दृश्यों को सशक्त अभिनय, प्रभावी संवाद और भावपूर्ण अभिव्यक्तियों के साथ प्रस्तुत करते हुए दर्शकों का मन जीत लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कांग्रेस सेवा दल की प्रदेशाध्यक्ष हेमा पुरोहित और पूर्व कैंट उपाध्यक्ष महेश चंद ने दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथियों ने कहा कि बड़ासी ग्रांट की रामलीला क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान बन चुकी है और यहां के कलाकार अपनी निपुणता व अनुशासन से इसे हर वर्ष और भव्य बनाते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में संस्कार, मर्यादा और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण का माध्यम हैं।
विभीषण शरणागति प्रसंग में कलाकार ने धर्म, नीति और करुणा के संदेश को सहजता से मंचित किया, जिससे वातावरण भावुक हो गया। रावण–अंगद संवाद के दौरान दोनों पात्रों की दमदार संवाद अदायगी और मंच उपस्थिति ने दर्शकों में उत्साह भर दिया। ‘लक्ष्मण-शक्ति’ दृश्य में युद्ध का तनाव, राम की चिंता और हनुमान के संजीवनी पर्वत लाने का शक्तिशाली दृश्य दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण रहा।
रामलीला में प्रकाश, ध्वनि और मंच सज्जा का संयोजन भी उत्कृष्ट रहा, जिसने प्रत्येक दृश्य की प्रभावशीलता को और बढ़ाया। दर्शकों की भारी भीड़ पूरे समय मंचन का आनंद लेती रही और प्रसंगों पर उत्साहजनक प्रतिक्रिया देती रही।
कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष दिनेश चुनारा, योगेश कुमार, रेनू चुनारा, सवेश कुमार, धीरेन्द्र आर्य, सोहन लाल, विनोद कुमार, प्रदीप कुमार, सुरजीत सिंह, सुमेर चंद, अंजू चुनारा, राजबाला, आरती, योगेश कुमार, विक्की, अभिषेक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।



