डोईवाला – दूधली चौड़ीकरण की दरकार, गड्ढों की भरमार से जनता परेशान
रानीपोखरी से भोगपुर और भोगपुर से वीरपुर मार्ग पर जगह-जगह गड्ढों से दुर्घटना की आशंका

डोईवाला 20 अक्तूबर: उत्तराखंड प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा और वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चल रही मौजूदा सरकार के चलते डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डोईवाला से दूधली मार्ग की सड़क के किनारे कई वर्षों से जगह-जगह गड्ढे होने के साथ चौड़ीकरण की बाट जोह रहा है। इस मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को डोईवाला क्षेत्र के विधायक बृजभूषण गैरोला ने पुरजोर ढंग से उठाया लेकिन उसके बावजूद भी कि इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटना और जनप्रतिनिधियों की धरना प्रदर्शन आंदोलन सड़क जाम के बावजूद भी इस मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य और सड़क के किनारे बने गढ़े आज तक नहीं भर पाए है। जबकि देहरादून में स्थित विधानसभा में सत्र संचालन होने पर डोईवाला से दूधली मार्ग को बाईपास के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और वही डोईवाला से देहरादून मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा से टोल टैक्स से बचने के लिए सैकड़ो वाहन इसी मार्ग से आते जाते हैं साथ ही सावन के महीने में भी इसी मार्ग पर वाहनों का अधिक दबाव रहता है।
पूर्व प्रधान उम्मेद बोरा ने कहा कि डोईवाला दूधली मार्ग के चौड़ीकरण की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने कार्यकाल में की थी, और इस सड़क के चौड़ीकरण की मांग वर्तमान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कर चुके हैं लेकिन आज तक इस मार्ग का चौड़ीकरण नहीं हो पाया, जबकि इस मार्ग के चौड़ीकरण ना होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है जिसमें दर्जनों जान जा चुकी हैं। इस मार्ग की चौड़ाई 10 फीट है इस मार के सदके किनारे किनारे गड्ढे बने हुए हैं। इस मार्ग पर वाहन कोई दूसरे वहां से क्रॉस करने में सड़क के किनारे बने गड्ढे से गुजरना पड़ता है जिसके चलते हर समय दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती है।
उन्होंने कहा कि इस मार्ग के चौड़ीकरण और सड़क किनारे बने गड्ढे की समस्या के निस्तारण की मांग को लेकर जन्म प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सरकार से सैकड़ो बार पत्राचार धरना प्रदर्शन आंदोलन सड़क जाम आदि कर चुके हैं, बावजूद सरकार ने इस समस्या का निस्तारण आज तक नहीं किया है। वही दूसरी और डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के रानीपोखरी से भोगपुर और भोगपुर से वीरपुर मार्ग जगह-जगह गड्ढे होने से जर्जर स्थिति में हैं। जिससे इस मार्ग पर रोजाना आवागमन करने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके बावजूद संबंधित सिंचाई विभाग इस मार्ग की सुध नहीं ले रहा। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री ने 15 अक्टूबर तक सड़के गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिए हैं। उसके बाद भी विभाग गंभीर नहीं है। रानीपोखरी के ग्राम प्रधान सुधीर रतूड़ी ने कहा कि कई बार विभागीय अधिकारियों को कई बार पंचायत स्तर से ही इन गड्ढों को भरा गया है। स्थानीय निवासी सुधीर जोशी ने बताया कि इन गड्ढों से उलझ कर आए दिन दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। वहीं, पैदल चलने वाले ग्रामीण भी इससे प्रभावित हैं। अधिकारी मुख्यमंत्री की घोषणा को भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक इस मार्ग के गड्ढे भरने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अगर इस मार्ग को दुरुस्त नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे। इस समस्या को लेकर अवगत कराया गया है। परंतु अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे।