बारिश और हवा से किसानों की फसल हुई धराशायी ।
गन्ना धराशायी, धान चौपट खेतों में तबाही से किसान हुआ बेहाल।
डोईवाला (राजेंद्र वर्मा):
सितंबर माह में लगातार हो रही अत्यधिक बारिश और तेज हवाओं ने किसानों की उम्मीदों को तिनके-तिनके ने तोड़ दिया है। खेतों में खड़ी गन्ने की लहलहाती फसल जहां धराशायी होकर जमीन पर बिछ गई, वहीं धान की बालियां भी पूरी तरह खराब होने के कगार पर हैं। खेतों की यह बर्बादी देखकर किसानों के चेहरे पर मायूसी और चिंता की गहरी लकीरें खिंच गई हैं।
नांगल ज्वालापुर के किसान साधुराम बताया कि उनकी लगभग ढाई बीघा गन्ने की फसल तेज हवाओं में गिर गई है। इतना ही नहीं अगर यही हाल रहा तो क्षेत्र के कई किसानों की धान की पूरी फसल भी चौपट होने की संभावना है उन्होंने कहा कि इस आपदा ने उनकी सालभर की मेहनत और पसीना मिट्टी में मिला दिया है
उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि तुरंत नुकसान का आकलन कर किसानों को राहत और मुआवजा उपलब्ध कराया जाए। पूर्व प्रधान उम्मेद बोरा ने कहा कि किसानों के खेतों में कड़ी हरी-भरी फसलों पर आपदा और जंगली हाथियों का कहर बरस रहा है। इसके चलते किसान पूरी तरह टूट चुका है किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो रहा है। लेकिन प्रदेश सरकार किसानों की कोई भी सुनवाई नहीं कर रही है।



