सड़क से आश्रय तक: निराश्रित पशुओं के पुनर्वास पर पालिका का फोकस।
अभियान में पशु कल्याण को प्राथमिकता, नागरिकों से सहयोग की अपील।
डोईवाला (राजेंद्र वर्मा):
नगर पालिका परिषद डोईवाला द्वारा निराश्रित पशुओं के खिलाफ चलाए गए अभियान को अब पशु कल्याण और पुनर्वास के नजरिए से देखा जा रहा है। दो दिनों की कार्रवाई में 10 पशुओं को सड़कों से हटाकर गौशालाओं व पशु आश्रय केंद्रों में सुरक्षित पहुंचाया गया, जहां उनके भोजन, चिकित्सा और देखरेख की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
पालिका अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान केवल सड़क खाली कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि पशुओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना इसका मुख्य उद्देश्य है। लंबे समय से सड़कों पर भटक रहे पशु दुर्घटनाओं के साथ-साथ खुद भी खतरे में थे। ऐसे में उन्हें आश्रय तक पहुंचाना एक मानवीय कदम माना जा रहा है।
अधिशासी अधिकारी एमएल शाह ने बताया कि अभियान के दौरान पशुओं के साथ किसी भी प्रकार की कठोरता नहीं बरती गई। विशेषज्ञ टीम की मदद से पशुओं को नियंत्रित कर सुरक्षित वाहनों के माध्यम से आश्रय स्थलों तक पहुंचाया गया। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि यदि कहीं निराश्रित पशु दिखाई दें तो इसकी सूचना पालिका को दें।
मुख्य सफाई निरीक्षक सचिन रावत ने कहा कि कई मामलों में पशु पालक लापरवाही बरतते हैं, जिससे पशु सड़कों पर आ जाते हैं। अब ऐसे पालकों को चिह्नित कर उन्हें जिम्मेदारी का अहसास कराया जाएगा, ताकि भविष्य में पशु फिर से सड़कों पर न छोड़े जाएं।
नगर पालिका का मानना है कि नागरिकों, पशु पालकों और प्रशासन के सामूहिक प्रयास से ही इस समस्या का स्थायी समाधान संभव है। आने वाले दिनों में जनजागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे, ताकि नगर को सुरक्षित रखने के साथ-साथ पशुओं के प्रति संवेदनशीलता भी बनी रहे।



