उपन्यास सम्राट की लेखनी हमेशा गरीबों की पीड़ा को उजागर करने वाली रही । गुप्ता
डोईवाला (राजेंद्र वर्मा):,
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 145 वी जयंती के अवसर पर पब्लिक इंटर कॉलेज में उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। विद्यालय परिवार के सदस्यों ने महान लेखक के चित्र पर पुष्प चढ़कर उन्हें सच्चा कलाम का सिपाही बताया। गुरुवार को मुंशी प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर विद्यालय की कक्षा 12 की छात्रा नताशा ने महान लेखक के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य अंकित डोबरियाल ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद को पढ़ना उन चीजों से अवगत होना है जो समाज की बुनियादी समस्याएं हैं। हिंदी विभाग अध्यक्ष अश्वनी गुप्ता ने कहा कि उपन्यास सम्राट की लेखनी हमेशा गरीबों की पीड़ा को उजागर करने वाली रही है, जिन्होंने अपने महान उपन्यास गोदान, शतरंज के खिलाड़ी, ईदगाह, मंत्र, के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति की पीड़ा को महसूस किया। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक भुवनेश वर्मा, आलोक जोशी, रत्नेश द्विवेदी, ओमप्रकाश काला, तेजवीर सिंह सुदेश सहगल, साक्षी सुंदरियाल, पूजा जोशी, राधा गुप्ता, चारू वर्मा, किरण बिष्ट, अर्चना पाल, राजीव कंडवाल, हिमांशु कश्यप, श्यामानंद के अलावा छात्र छात्राएं मौजूद थे।



