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बेरोजगार युवाओ को प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रदान करने के लिए चिंतन शिविर का आयोजन।

सिपेट में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट एवं सर्कुलर इकॉनमी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन।

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डोईवाला अभय वर्मा (राजेंद्र वर्मा):
केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संसथान (सिपेट) में डोईवाला क्षेत्र के सभी सभासदों हेतु एक दिवसीय प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट एवं सर्कुलर इकॉनमी विषय पर कार्यशाला आयोजित कि गयी।

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इस अवसर पर सिपेट के निदेशक डॉ. पी सी पाढ़ी ने नगर पालिका डोईवाला के अध्यक्ष नरेन्द्र नेगी समेत सभी सभासदों को स्वागत किया साथ ही भविष्य में आने वाले सिपेट के नए भवन में किन किन पाठ्यक्रम संचालित किया जायेगा साथ ही प्लास्टिक कि नई टेक्नोलॉजी से उत्तराखंड के युवाओ को इसका लाभ मिलेगा इसके बाद कार्यशाला का आयोजन सिपेट के तकनीकी विशेषज्ञ पंकज फुलारा तथा समीर पुरी द्वारा किया गया जिसमे सिपेट द्वारा भारत तथा उत्तराखंड राज्य समेत प्लास्टिक के उपयोग पर आंकड़े प्रस्तुत किये गए जिसमे भारत सरकार द्वारा जिन जिन प्लास्टिक वस्तुओ को सिंगल यूज़ प्लास्टिक कि केटेगरी में रखा गया है साथ ही पूरी तरह से प्रतिबंधित प्लास्टिक उत्पादों के बारे में जानकारी दी गयी, तथ्यों में यह पाया गया कि ग्लोबली प्रति व्यक्ति प्रतिमाह 28 kg प्लास्टिक का उपयोग करता है जिसमे सबसे कम भारत में प्रति व्यक्ति 11 kg तथा यू एस में प्रति व्यक्ति 109 kg प्लास्टिक वस्तुओ का उपयोग प्रतिमाह करता है,
सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ो के अनुसार भारत में वर्ष 1996 से 2017 तक प्लास्टिक का उपयोग 61000 टन से बढ़कर 1,78,00,000 टन हो गया है, प्लास्टिक वेस्ट को नियंत्रित करने हेतु रीसाइक्लिंग प्लास्टिक और उसके कोड एवं भारत में कौन कौन से प्रकार के प्लास्टिक कितने प्रतिशत प्रतिदिन एकत्रित कर रीसाइकल्ड किये जाते है तथा अपने प्लास्टिक वेस्ट को कैसे कम किया जा सकता है , इस तरह के सवेदनशील मुद्दे पर सोच के साथ सामाजिक बदलाव लाना बेहद जरुरी है इस पर चर्चा हुई, भारत में वर्तमान में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन हेतु भारत सरकार द्वारा ई आर पी सिस्टम लागु किया गया है जिसका कितना प्लास्टिक उत्पादन हुआ एवं कितना रीसाइकल्ड हुआ इस पर नियंत्रण किया जा सके साथ ही डिस्पोजेबल प्लास्टिक को कंट्रोल करने हेतु 6 आर तकनीक को अपने के बारे में बताया गया , इसलिए हमें NO प्लास्टिक से KNOW प्लास्टिक तक जानना बेहद आवश्यक है साथ ही इस एक दिवसीय कार्यशाला में डोईवाला तथा आस-पास के बेरोजगार युवाओ को कैसे सिपेट से निःशुल्क पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण तथा उसके उपरांत रोजगार मिल सकता है इस पर भी मंथन किया गया. इस अवसर पर सिपेट से राहुल तड़ीयाल, अंजना मिंज वंशिका, जगदम्बा प्रसाद इत्यादि उपस्थित रहे। Verma doi

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