पालिका में आयोजित कार्यक्रम में तीन सभासद प्रतिनिधि और पांच सभासद ही पहुंचे 15 सभासद रहे नदारत।
डोईवाला नगर पालिका में दिखावा जारी, जिम्मेदारी का नहीं पता, 20 वार्डों में से सात वार्डों में है महिला सभासद।
डोईवाला (राजेंद्र वर्मा):
नगर पालिका में गांधी-शास्त्री जयंती पर श्रद्धांजलि ओर स्वच्छता सर्वेक्षण में दूसरा स्थान पाने पर समूह महिलाओं, कर्मचारियों और पर्यावरण मित्रों का सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में कई सभासद प्रतिनिधि और पांच सभासद ही पहुंचे 15 सभासद नदारत रहे।
नगर पालिका के आयोजित कार्यक्रम में महिला सभासदों सहित 15 सभासदों की अनुपस्थिति ने जनता और अधिकारियों दोनों के बीच सवाल खड़ा कर दिया। मंच पर केवल सभासद प्रतिनिधि बैठे नजर आए, जबकि असली प्रतिनिधि यानी महिला सभासद सहित दर्जन भर सभासद कहीं दिखाई नहीं दिए। ऐसे ही कई कार्यक्रमों में सभासद नहीं पहुंचते है।
पालिका अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि सभासद प्रतिनिधि जैसा कोई पद नहीं होता। यह सब अपनी सुविधा के लिए बनाया गया है। कहा कि जनता की उम्मीदों और पारदर्शिता की भावना को नजरअंदाज करना नगर पालिका के हित में नहीं है। सभासदों को कार्यक्रम में अवश्य पहुंचना चाहिए।
पालिका के अधिशासी अधिकारी एम.एल. शाह ने कहा कि जनता ने जिन वास्तविक प्रतिनिधि को चुना है अगर वही कार्यक्रमों में मौजूद नहीं होंगे, यह प्रवृत्ति नगर पालिका की कार्यक्षमता और जवाबदेही पर सवाल खड़ा करती है।
स्थानीय नागरिकों ने अपनी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि केवल प्रतिनिधि भेजना असली सहभागिता की भावना को कमजोर करता है और जनता के हितों के प्रति गंभीरता की कमी दिखाता है।
नगर पालिका परिषद का यह मामला अब चर्चा का केंद्र बन गया है। इससे यह सवाल उठते हैं कि क्या महिला सभासद या अन्य सभासद अपने पद का सही इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या सभासद अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। कार्यक्रम में सभासद ईश्वर सिंह रोथान, गौरव मल्होत्रा, राकेश डोभाल,सुरेंद्र लोधी, सुरेश सैनी के अलावा सभासद प्रतिनिधि बनकर अवतार सिंह सैनी, प्रकाश कोठारी,कपिल लोधी ही पहुंचे थे।



