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चिकित्सकों की सदैव ऋणी रहेगी मानवता। डॉ. विजय धस्माना

समाज में डॉक्टर्स को दिया गया है भगवान का दर्जा। डॉ. विजय धस्माना

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डोईवाला 1 जुलाई (राजेंद्र वर्मा):
हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जौलीग्रांट में राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस मनाया गया। इस दौरान डॉक्टरों को उनके सेवाभाव के लिए सम्मानित किया गया।
मंगलवार को आदि कैलाश सभागार में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मुख्य अतिथि एसआरएचयू (स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय) के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि यह दिन डॉक्टरों के अथक प्रयासों, निस्वार्थ समर्पण और समाज के प्रति उनकी अमूल्य सेवाओं की सराहना के लिए मनाया जाता है। हमारे समाज में डॉक्टर्स को भगवान का दर्जा दिया गया है। इसलिए यह दिन न सिर्फ उनकी मेहनत को सराहता है, बल्कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की चुनौतियों और प्रगति पर चर्चा का भी अवसर प्रदान करता है। डॉ. धस्माना ने कहा कि यह दिन हमें याद दिलाता है कि डॉक्टर्स हमेशा मरीजों के इलाज के लिए तटस्थ खड़े रहते हैं। कोविड 19 महामारी के दौरान डॉक्टरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लाखों लोगों को जिंदगी देने काम किया था। उन्होंने एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं को बताया कि राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस पहली बार वर्ष 1991 में बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री व भारत रत्न से सम्मानित डॉ बीसी रॉय के सम्मान में मनाया गया था। साथ ही उन्होंने उन्होंने भावी चिकित्सकों को सेवा, समर्पण व करूणा भाव से रोगियों का ईलाज करने की बात कही। इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सकों को एसआरएचयू अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने शॉल भेंट कर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल, एचआईएमएस के डीन ले.ज. डॉ. दलजीत सिंह, डॉ. विजेन्द्र चौहान, डॉ. प्रकाश केशवैया, डॉ. हेम चंद्रा, डॉ. सुनील सैनी, डॉ. रेनू धस्माना आदि उपस्थित रहे। डॉ. अनुराधा कुसुम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
Verma doi

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